गौरीगंज (अमेठी)। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में आवेदन पत्रों की जांच कर अग्रसारित नहीं करना सभी एसडीएम समेत 32 अफसरों को भारी पड़ा। योजना में बरती जा रही लापरवाही से नाराज जिला प्रोवेशन अधिकारी की रिपोर्ट पर डीएम ने सभी को नोटिस जारी की है। नोटिस में तत्काल लंबित आवेदनों की जांच कर निरस्त/अग्रसारण करते हुए जवाब देने का निर्देश दिया गया है। आवेदन लंबित रहने व जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
प्रदेश सरकार की अति महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के आवेदनों को लंबित रखना सभी एसडीएम समेत जिले के 32 अफसरों को भारी पड़ा। योजना की प्रगति संतोषजनक नहीं होने व इस संबंध में निदेशक का निर्देश मिलने के बाद शुक्रवार को जिला प्रोवेशन अधिकारी अजय कुमार पाल ने समीक्षा की। समीक्षा के दौरान गौरीगंज एसडीएम के पास 47, अमेठी एसडीएम के पास 37, मुसाफिरखाना एसडीएम के पास 23, तिलोई एसडीएम के पास 119, डीआईओएस के पास 78, 13 बीडीओ के स्तर पर 1,517 व 13 बीईओ के स्तर पर 727 आवेदन पत्र लंबित मिले।
योजना में बरती जा रही लापरवाही सामने आने के बाद जिला प्रोवेशन अधिकारी ने विस्तृत रिपोर्ट डीएम अरुण कुमार को दी। रिपोर्ट मिलने के बाद डीएम ने एसडीएम गौरीगंज, अमेठी, मुसाफिरखाना व तिलोई, डीआईओएस, बीएसए, सभी बीडीओ और बीईओ को नोटिस जारी की है। नोटिस में उनके स्तर पर लंबित आवेदनों की जांच कर निरस्त/अग्रसारित करने का निर्देश देेते हुए जवाब देने को कहा है। डीएम ने आवेदन पत्रों का निस्तारण नहीं होने तथा जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।