अमेठी। पुलिस सक्रियता जांचने शनिवार रात मुंशीगंज थाना क्षेत्र पहुंचे बाराबंकी के सीओ को सब कुछ ठीक मिला। सीओ की ओर से भेजे गए एक व्यक्ति की सूचना पर पुलिस ने न सिर्फ तत्काल मुकदमा लिखा बल्कि लुटेरों को घेरने की कोशिश भी की। हालांकि बाद में सीओ ने अपना परिचय सार्वजनिक करते हुए पुलिस वालों को बताया कि वे आईजी के कहने पर उनकी सक्रियता जांचने आए थे।
आए दिन आरोप लगते हैं कि पुलिस को घटना की सूचना दीजिए लेकिन वह कभी भी सही वक्त पर नहीं पहुंचती। फरियादी को सुनने के बजाए उसे थाने से भगा दिया जाता है। हालांकि आईजी के निर्देश पर शनिवार रात हुई जांच में अमेठी पुलिस ने उपरोक्त आरोपों को गलत साबित किया। हुआ यूं कि शनिवार रात आठ बजे एक व्यक्ति थाने पहुंचा और वहां से तीन किलोमीटर दूर त्रिलोकपुर मोड़ पर अपने साथ लूट होने की बात कही। उसने कहा कि पल्सर बाइक सवार दो लुटेरों ने उससे तमंचे के बल पर पांच हजार रुपये लूटे और गौरीगंज की ओर भाग गए।
प्रभारी निरीक्षक मनोज सोनकर ने न सिर्फ तत्काल दीवान को केस दर्ज करने को कहा बल्कि गौरीगंज पुलिस के साथ कंट्रोल रूम को सूचित करते हुए फोर्स के साथ चंद मिनट में ही घटनास्थल पर पहुंच गए। कथित घटनास्थल उन्हें बाराबंकी जिले के फतेहपुर सर्किल में तैनात सीओ अरविंद कुमार वर्मा मौजूद मिले। सीओ ने एसएचओ को बताया कि वे आईजी लखनऊ की ओर से पुलिस सक्रियता की विशेष जांच के लिए भेजे गए थे। उन्होंने ही युवक को भेजकर लूट होने की सूचना दी थी। सीओ की बात सुनकर एसएचओ ने राहत की सांस ली। इसके बाद सीओ थाने पहुंचे और मालखाना, मेस व ऑफिस के साथ ही फाइलों के रखरखाव की स्थिति का भी निरीक्षण किया।